हम सबने दसवीं की परीक्षा व बारवी की परीक्षा जरूर दी होगी,और इसको याद रखियेगा आगे दसवीं और बारवी की परीक्षा का जिकर जरूर आएगा , आज कल कुछ बरहम चल रहा हैं की अगर आप को कोई कोर्स करना हैं तो वो यूनिवर्सिटी से करे, बहुत सरे सोशल मिडिया पे चल रहा हैं की सी०एम०यस०एंड इ०डी० कोर्स यूनिवर्सिटी से करे यूनिवर्सिटी का कोर्स वैलिड होता हैं, तो ऐसा कुछ भी नहीं होता हैं यूनिवर्सिटी ने कोर्स अभी हाल ही में करना शुरू किया हैं इससे पहले कॉलेजेस में कोर्स चल रहे थे कुछ कॉलेज ऐसे भी थे जो ये कोर्स बीसो सालो से करा रहे हैं न जाने कितने केस लाडे उन लोगो ने न जाने कितनो के पंजीकरण कराये, लेकिन फिर आज कल लोगो के ये प्रश्न रहते है की कोर्स कहा से कर यूनिवर्सिटी से या कॉलेज से
मेरा मन्ना हैं की जब आप दसवीं और बारवी के लिए यूनिवर्सिटी नहीं जाते हैं कहने का मतलब हैं की अगर आपको दसवीं बारवी का कोर्स करना होता हैं तो आप इंस्टीटूशन में जाते हैं यूनिवर्सिटी चाहे उससे भी करा दे, जहा सुई की जरूरत हैं वह तलवार का कोई काम नहीं , और फिर यूनिवर्सिटी ने आज तक कोई पंजीकरण या कोई कोर्ट केस भी नहीं लड़ा होगा उसका रीज़न ये हैं यूनिवर्सिटी को सिर्फ पैसे से मतलब है उससे बच्चे के क्लिनिक चलने ये या उसके क्लिनिक बंद होने से कोई मतलब नहीं हैं
अब फैसला आपके हाथ में हैं की कोर्स कहा से करने सही रहेगा, एक बात और याद रखियेगा की कोर्स करने से पहले यूनिवर्सिटी या संसथान से पूछ लेना आप की आपने कितने बच्चो का मुख्या चिकित्सा अधिकारी का पंजीकरण कराया हैं