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Read Moreसी०एम०यस०एंड इ०डी० क्या डिग्री हैं ?
सी०एम०यस०एंड इ०डी० डिग्री नहीं हैं ये केवल एक प्राथमिक चिकित्सा का कोर्स हैं जो WHO की गाइड लाइन के अनुसार चलता हैं|
सी०एम०यस०एंड इ०डी० इंडिया में वैलिड हैं ?
सी०एम०यस०एंड इ०डी० इंडिया में वैलिड हैं माननीय सुप्रीम कोर्ट के २००३ के आदेश अनुसार पुरे इंडिया में वैलिड हैं लेकिन कभी कभी मुख्या चिकित्साधिकारी इसको नहीं मानते हैं जिसके कारण बच्चे को परेशानी का सामना करना पड़ता है , जब स्टूडेंट ऐसी स्थिति में अपने विद्यालय को कॉल करता हैं तो वह उसका फ़ोन उठते नहीं हैं , याद रखिये जब सी०एम०यस०एंड इ०डी० कोर्स करे तो ध्यान रहे ऐसे संसथान से करे जो सी ऍम औ CMO पंजीकरण करने की जिमेदारी ले, और भी जरूर dekhe की उसे सर्टिफिकेट आल इंडिया में प्राइमरी हेल्थ care हैं की नहीं अगर आल इंडिया प्राइमरी हेल्थ के नहीं तो आप को प्रैक्टिस करने में समस्या आएगी |
सी०एम०यस०एंड इ०डी० की क्या फी होती हैं?
सी०एम०यस०एंड इ०डी० की मुख्यतया ४०-५० हज़ार रुपया बीच की फीस रहती हैं लेकिन कुछ संसथान ऐसे होते है जो आपको तीस हज़ार बीस हज़ार १० हज़ार में भी सी०एम०यस०एंड इ०डी० कोर्स करा देते हैं लेकिन याद रहे आपको ऐसे संसथान बस आप से पैसे ले कर व फेक डिग्री देकर गयाब हो जाते हैं फिर जब आपके यहाँ अधिकारी चेक करने आता हैं तो वो लोग फ़ोन बंद , या फ़ोन कॉल उठाते तक नहीं हैं तो सी०एम०यस०एंड इ०डी० हमेशा रेपुटेड संसथान से ही करे और उस संसथान का हॉस्पिटल व डॉक्टर टीम को जरूर चेक करे |
सी०एम०यस०एंड इ०डी० करने के बाद क्या हम नाम के आगे डॉक्टर लिख सकते है ?
जी नहीं ऐसा अभी कोई गोवेर्मेंट की तरफ से कॉलेज नहीं बना हैं जो ये कोर्स करए सी०एम०यस०एंड इ०डी० प्राइवेट कॉलेज वाले ही करा रहे हैं
सी०एम०यस०एंड इ०डी० का इग्नू से होता हैं?
सी०एम०यस०एंड इ०डी० इग्नू से नहीं होता हैं लेकिन इसमें अच्छे कॉलेज ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड प्रोवाइड करते हैं
सी०एम०यस०एंड इ०डी० यूनिवर्सिटी से करने में फयदा हैं या कॉलेज से करने फायदा हैं?
हम सबने दसवीं की परीक्षा व बारवी की परीक्षा जरूर दी होगी,और इसको याद रखियेगा आगे दसवीं और बारवी की परीक्षा का जिकर जरूर आएगा , आज कल कुछ बरहम चल रहा हैं की अगर आप को कोई कोर्स करना हैं तो वो यूनिवर्सिटी से करे, बहुत सरे सोशल मिडिया पे चल रहा हैं की सी०एम०यस०एंड इ०डी० कोर्स यूनिवर्सिटी से करे यूनिवर्सिटी का कोर्स वैलिड होता हैं, तो ऐसा कुछ भी नहीं होता हैं यूनिवर्सिटी ने कोर्स अभी हाल ही में करना शुरू किया हैं इससे पहले कॉलेजेस में कोर्स चल रहे थे कुछ कॉलेज ऐसे भी थे जो ये कोर्स बीसो सालो से करा रहे हैं न जाने कितने केस लाडे उन लोगो ने न जाने कितनो के पंजीकरण कराये, लेकिन फिर आज कल लोगो के ये प्रश्न रहते है की कोर्स कहा से कर यूनिवर्सिटी से या कॉलेज से
मेरा मन्ना हैं की जब आप दसवीं और बारवी के लिए यूनिवर्सिटी नहीं जाते हैं कहने का मतलब हैं की अगर आपको दसवीं बारवी का कोर्स करना होता हैं तो आप इंस्टीटूशन में जाते हैं यूनिवर्सिटी चाहे उससे भी करा दे, जहा सुई की जरूरत हैं वह तलवार का कोई काम नहीं , और फिर यूनिवर्सिटी ने आज तक कोई पंजीकरण या कोई कोर्ट केस भी नहीं लड़ा होगा उसका रीज़न ये हैं यूनिवर्सिटी को सिर्फ पैसे से मतलब है उससे बच्चे के क्लिनिक चलने ये या उसके क्लिनिक बंद होने से कोई मतलब नहीं हैं
अब फैसला आपके हाथ में हैं की कोर्स कहा से करने सही रहेगा, एक बात और याद रखियेगा की कोर्स करने से पहले यूनिवर्सिटी या संसथान से पूछ लेना आप की आपने कितने बच्चो का मुख्या चिकित्सा अधिकारी का पंजीकरण कराया हैं
क्या सी०एम०यस०एंड इ०डी० का कोई गोवेर्मेंट कॉलेज भी होता हैं?
सी०एम०यस०एंड इ०डी० की मुख्यतया ४०-५० हज़ार रुपया बीच की फीस रहती हैं लेकिन कुछ संसथान ऐसे होते है जो आपको तीस हज़ार बीस हज़ार १० हज़ार में भी सी०एम०यस०एंड इ०डी० कोर्स करा देते हैं लेकिन याद रहे आपको ऐसे संसथान बस आप से पैसे ले कर व फेक डिग्री देकर गयाब हो जाते हैं फिर जब आपके यहाँ अधिकारी चेक करने आता हैं तो वो लोग फ़ोन बंद , या फ़ोन कॉल उठाते तक नहीं हैं तो सी०एम०यस०एंड इ०डी० हमेशा रेपुटेड संसथान से ही करे और उस संसथान का हॉस्पिटल व डॉक्टर टीम को जरूर चेक करे |
PHD क्या हैं?
PHD मतलब होता हैं डॉक्टर ऑफ़ फिलोसोफी, किसी विषय की उच्चतम डिग्री स्तर प्राप्त करना आम तौर व्यक्ति पीएचडी तब करता हैं जब वह किसी विशेष विषय में रूचि कर उसका अध्यन कर कोई नई शाखा को जन्म दे
पीएचडी वैसे तो ३ साल ६ महीने में हो जाती हैं लेकिन कभी कभी कभी ये ५ साल या उससे जयदा का समय ले लेती हैं
आमतौर पर पीएचडी सही समय पे करने के लिए आपके गाइड पर निर्भर करता हैं अगर आपका गाइड अनुभवी हैं तो वह पीएचडी आपको 2 साल 6 महीने में करा देगा, और यदि कोई नया गाइड हैं तो वह समय ले लेता हैं.
पीएचडी किस में करनी चाहिए?
पीएचडी आप जिस विषय से अपना पोस्ट ग्रेजुएट उसके बाद उसी विषय में कोई एक विषय चुन के आगे की पीएचडी कर कर सकते हैं
पीएचडी क्या बिना एंट्रेंस एग्जाम दिए हो जाती हैं ?
पीएचडी बिना एंट्रेंस एग्जाम दिए नहीं होता हैं इसके लिए आपको यूनिवर्सिटी का खुद का एग्जाम या सरकारी यूनिवर्सिटी का एग्जाम देना होता हैं , उसके बेस पे आपका एडमिशन होता हैं उसके बाद इंटरव्यू होता है।
गाइड कब अलॉट होता है?
गाइड अलॉटमेंट की प्रक्रिया होती हैं जिसके लिए ६ महीने का रिसर्च मेथोडोलोग्य में कोर्स करना होता है।इसके बाद गाइड अलॉट होता है।गाइड के निर्देशन मैं शोध रूपरेखा तैयार की जाती है।रिसर्च की सुनोप्सिस को अप्रूवल के लिए BOD/RDC की बैठक होती हैं बैठक में कैंडिडेट को आना होता हैं अपनी सिनॉप्सिस को डिफेंड करने के लिए उसके बाद आपको यूनिवर्सिटी से अप्रूवल लेटर इश्यू होता है।फिर आपका टॉपिक गाइड के निर्देशन मैं अप्रूव किया जाता हैं |
प्रोगेस रिपोर्ट कितने अंतराल पर जमा की जाती हैं ?
गाइड अलॉट होने के बाद व आपका टॉपिक अप्रूव होने के बाद 6महीने मैं प्रोग्रेस रिपोर्ट जमा करने के लिए आना होता हैं अधिकतर गुइडेर ये काम जल्दी ही करते हैं
थीसिस कब जमा की जाती हैं?
थीसिस जमा करने से पहले दो पेपर शोध पत्रिका मैं प्रकाशित करने होते है। इसके लिए आपको दो सेमिनार मैं भाग लेना जरूरी होता है तथा आप जिसमे पेपर भी प्रेजेंट किया हो।55%0मार्क्स मास्टर के सब्जेक्ट में आवश्यक होता हैं |
नोट
यदि PHD से जोड़े आपके मन में कोई और भी सवाल हैं तो उन्होंने आप कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं और हमसे पूछ सकते हैं साथ हमारी टीम आपको एक अच्छी यूनिवर्सिटी दिलाने व आपकी PHD पूरी करने में भी मदद करेगी